tag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post5614835195022668733..comments2024-01-06T14:37:56.047+05:30Comments on श्रीमती सपना निगम (हिंदी ): मेरा बचपन ऐसे बीता ,,,,,,,,,,(भाग – 12)अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)http://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-72178204177897953052011-08-25T11:57:12.008+05:302011-08-25T11:57:12.008+05:30समय बदल रहा है , बदलाव भी आ रहा है। स्त्रियों की ...समय बदल रहा है , बदलाव भी आ रहा है। स्त्रियों की दशा पढ़ले से बेहतर हो रही है।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-39270719228760266202011-07-16T17:51:12.327+05:302011-07-16T17:51:12.327+05:30उत्तम पोस्ट | आभारउत्तम पोस्ट | आभारAmrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-33147358002418055062011-07-15T10:05:23.997+05:302011-07-15T10:05:23.997+05:30अच्छी पोस्ट के लिए बधाई |मेरे ब्लिग पर आने के लिए ...अच्छी पोस्ट के लिए बधाई |मेरे ब्लिग पर आने के लिए आभार <br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-79979260518367759152011-07-13T09:33:29.787+05:302011-07-13T09:33:29.787+05:30आदरणीय अरुण जी
आपने सपना जी के सुन्दर लेख को प्रस्...आदरणीय अरुण जी<br />आपने सपना जी के सुन्दर लेख को प्रस्तुत करके बहुत अच्छा अनुभव करवाया, इसके लिए आभार आपका.<br />मेरे ब्लॉग पर दर्शन देकर आपने सुन्दर टिपण्णी से भी मुझे कृतार्थ कर दिया.<br />आपके ब्लोग्स को फालो कर रहा हूँ.<br />संवाद बनाये रखियेगा.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-86822900130899760672011-07-13T08:48:58.403+05:302011-07-13T08:48:58.403+05:30Bahut hi sachchi lagi prastuti.Bahut hi sachchi lagi prastuti.Ravi Rajbharhttps://www.blogger.com/profile/16224660000339492496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-87427420031719973232011-07-12T01:29:49.756+05:302011-07-12T01:29:49.756+05:30गाँव तो शायद आज भी उसी मानसिकता में जी रहे होंगे, ...गाँव तो शायद आज भी उसी मानसिकता में जी रहे होंगे, नारी अधिकार जैसे विषय वहाँ पहुँचने में सदिया लगेंगी. आप का पहाड़ी बोली का प्रयोग बहुत अच्छा लगता है.Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-7388328265431785742011-07-10T15:59:15.666+05:302011-07-10T15:59:15.666+05:30आप की लेख पढ़ कर , मै भी कुछ पल के लिए गाँव की याद...आप की लेख पढ़ कर , मै भी कुछ पल के लिए गाँव की यादो में खो गया १ बिलकुल सच्ची दृश्य प्रस्तुत की है आपने ! बधाई !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-16713332689833381942011-07-10T10:09:26.689+05:302011-07-10T10:09:26.689+05:30मार्मिक संस्मरण...
पत्नी को पीटने में मर्दानगी दिख...मार्मिक संस्मरण...<br />पत्नी को पीटने में मर्दानगी दिखाना अभी भी कहीं-कहीं प्रचलन में हैसुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-69485111428470920062011-07-10T08:29:18.603+05:302011-07-10T08:29:18.603+05:30@जउन डौका अपन डौकी ला ज्यादा मारथे वो हा मया घलो ज...@जउन डौका अपन डौकी ला ज्यादा मारथे वो हा मया घलो ज्यादा करथे <br /><br />इस तथ्य की सच्चाई जानने की जोखिम कोई नहीं उठाना चाहेगा।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-69313572317256566112011-07-08T10:43:43.341+05:302011-07-08T10:43:43.341+05:30वह व्यक्ति अपनी पत्नी को क्यों पीट रहा था. नानी ने...वह व्यक्ति अपनी पत्नी को क्यों पीट रहा था. नानी ने बताया कि गाँव में तो अक्सर ऐसी घटनायें होती ही रहती हैं. <br /><br />उफ! कितना दुखद है यह सब....Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-15420911092240637122011-07-08T09:50:16.055+05:302011-07-08T09:50:16.055+05:30गाँव में अपनी पत्नी को पीटने के लिये कोई बड़ा कारण...गाँव में अपनी पत्नी को पीटने के लिये कोई बड़ा कारण होना जरुरी नहीं होता था. यह माना जाता था कि जो पति अपनी पत्नी को जितना ज्यादा डरा धमका कर काबू में रखता है वह उतना ही सफल पति माना जाता है.<br />hun....Shayad aj bhi yahi hai.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-31361138944746859442011-07-08T08:46:13.090+05:302011-07-08T08:46:13.090+05:30मन का भय ही व्यक्त होता है इसहिंसा में।मन का भय ही व्यक्त होता है इसहिंसा में।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3356817270168152063.post-15165856012459558862011-07-08T00:11:15.672+05:302011-07-08T00:11:15.672+05:30भले ही यह स्थिति अब इतनी ज्यादा न हो पर अभी भी गा...भले ही यह स्थिति अब इतनी ज्यादा न हो पर अभी भी गाँव में शायद यही होता हो ... और गाँव ही क्यों ..अच्छे पढ़े लिखे लोंग , सभ्य कहे जाने वाले लोंग भी ऐसा करते देखे जाते हैं ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com